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Special Pre-Matric Scholarship 2025: Free Residential Education for SC/ST/MBC Students in Rajasthan

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राजस्थान में SC/ST/MBC वर्ग के विद्यार्थियों के लिए विशेष अवसर – कक्षा 6 से 12 तक निःशुल्क आवासीय शिक्षा दिनांक: 25 अप्रैल 2025 सूचना स्रोत: निदेशालय, माध्यमिक शिक्षा विभाग, बीकानेर ★ योजना का नाम: विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना (SC/ST/MBC वर्ग) ★ पात्रता: सिर्फ राजस्थान राज्य के निवासी छात्र-छात्राएँ वर्तमान में कक्षा 5वीं में अध्ययनरत (शैक्षणिक सत्र 2024–25) अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अति पिछड़ा वर्ग (MBC) के विद्यार्थी छात्र/छात्रा की वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए ★ लाभ: कक्षा 6 से 12 तक निःशुल्क आवासीय शिक्षा (प्रवेश परीक्षा के आधार पर) समस्त शैक्षणिक सामग्री, छात्रावास, भोजन व अन्य सुविधाएं पूरी तरह निःशुल्क आवेदन और चयन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन ★ महत्वपूर्ण तिथियाँ: ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: 15 मई 2025 प्रवेश परीक्षा तिथि: 01 जून 2025 परीक्षा स्थान: संबंधित जिला मुख्यालय ★ आवेदन प्रक्रिया: विद्यार्थी या अभिभावक राजस्थान शाला दर्पण पोर्टल पर जाएं “ VPMS App...

भारत का सड़क परिवहन: राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग | संरचना, महत्व और सरकार की योजनाएँ | UPSC के लिए सम्पूर्ण अध्ययन

भारत का सड़क परिवहन: राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग | सम्पूर्ण अध्ययन UPSC & प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए

परिचय

भारत में सड़क परिवहन (Road Transport) देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक संरचना के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways) और राज्य राजमार्ग (State Highways) पूरे देश को जोड़ने का कार्य करते हैं। भारतीय सड़क नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्क में से एक है, जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग, ग्रामीण सड़कें और एक्सप्रेसवे शामिल हैं। इस लेख में भारत के सड़क परिवहन नेटवर्क, इसके महत्व, बुनियादी ढांचे, चुनौतियों और सरकार की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।


भारत का सड़क परिवहन नेटवर्क

भारत का कुल सड़क नेटवर्क

भारत का कुल सड़क नेटवर्क: 63.73 लाख किलोमीटर (2023)।
विश्व में स्थान: दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क।
सड़क परिवहन का योगदान: भारतीय अर्थव्यवस्था में 4.7% जीडीपी योगदान।

भारत में सड़क परिवहन के प्रकार

राष्ट्रीय राजमार्ग (NHs) – केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित।
राज्य राजमार्ग (SHs) – राज्य सरकारों द्वारा प्रबंधित।
ग्रामीण सड़कें (Rural Roads) – प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत।
एक्सप्रेसवे (Expressways) – तेज गति और सुगम यातायात के लिए विकसित।


राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways) – संरचना और विशेषताएँ

राष्ट्रीय राजमार्गों की परिभाषा और महत्व

राष्ट्रीय राजमार्गों का प्रबंधन: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) करता है।
कुल लंबाई: 1.46 लाख किमी (2023)।
कुल यातायात भार: भारत में लगभग 40% से अधिक यातायात राष्ट्रीय राजमार्गों पर होता है।

महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग और उनके मार्ग

NH-44 (सबसे लंबा राजमार्ग): श्रीनगर से कन्याकुमारी (3,745 किमी)।
NH-16: कोलकाता से चेन्नई (1,711 किमी)।
NH-27: पूर्वोत्तर से राजस्थान तक फैला भारत का दूसरा सबसे लंबा राजमार्ग।

स्वर्णिम चतुर्भुज (Golden Quadrilateral) परियोजना

✔ भारत के चार प्रमुख महानगरों – दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को जोड़ने वाला 5,846 किमी लंबा राजमार्ग नेटवर्क।
योजना का उद्देश्य: व्यापार और परिवहन में सुधार।


राज्य राजमार्ग (State Highways) – संरचना और विशेषताएँ

राज्य राजमार्गों की परिभाषा और महत्व

राज्य राजमार्गों का प्रबंधन: राज्य सरकारें करती हैं।
कुल लंबाई: 1.86 लाख किमी (2023)।
यातायात भार: राज्य राजमार्गों पर कुल यातायात का लगभग 25% भार होता है।

मुख्य राज्य राजमार्ग और उनके मार्ग

SH-1 (उत्तर प्रदेश): लखनऊ से कानपुर।
SH-2 (महाराष्ट्र): पुणे से नासिक।
SH-6 (राजस्थान): जयपुर से बीकानेर।


भारतीय सड़क परिवहन की चुनौतियाँ

बुनियादी ढांचे की कमी: भारत में अब भी कई सड़कें कच्ची हैं।
यातायात भीड़ और दुर्घटनाएँ: सड़कों पर अत्यधिक वाहन और खराब यातायात प्रबंधन।
रखरखाव की समस्या: गड्ढे, जलभराव और क्षतिग्रस्त सड़कें।
पर्यावरणीय प्रभाव: वाहन प्रदूषण और जंगलों की कटाई।


सड़क परिवहन के सुधार हेतु सरकारी पहल

भारत माला परियोजना (Bharatmala Project) – 34,800 किमी लंबी सड़क परियोजना।
सागर माला परियोजना (Sagarmala Project) – बंदरगाहों से जुड़ी सड़कें।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) – ग्रामीण सड़कों का विकास।
एक्सप्रेसवे विकास योजना – दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे।


भारत में प्रमुख एक्सप्रेसवे

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: 1,386 किमी, भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे।
यमुना एक्सप्रेसवे: दिल्ली से आगरा (165 किमी)।
पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे: भारत का पहला 6-लेन एक्सप्रेसवे।


सड़क परिवहन का भविष्य और सतत विकास

हरित राजमार्ग (Green Highways): वृक्षारोपण और पर्यावरण अनुकूल सड़कें।
इलेक्ट्रिक वाहन (EV) कॉरिडोर: ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर।
स्मार्ट हाईवे: GPS ट्रैकिंग, सौर ऊर्जा आधारित स्ट्रीट लाइटें।


FAQ (Frequently Asked Questions)

Q: भारत में सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग कौन सा है?
A: NH-44 (श्रीनगर से कन्याकुमारी, 3,745 किमी)।

Q: भारत का पहला एक्सप्रेसवे कौन सा था?
A: मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे।

Q: राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग में क्या अंतर है?
A: राष्ट्रीय राजमार्ग केंद्र सरकार के अधीन होते हैं, जबकि राज्य राजमार्ग राज्य सरकारों के अधीन होते हैं।

Q: भारतमाला परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A: पूरे देश में सड़क नेटवर्क को आधुनिक बनाना और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देना।

Q: राज्य राजमार्गों का मुख्य कार्य क्या है?
A: ये राज्य के प्रमुख शहरों, औद्योगिक केंद्रों और पर्यटन स्थलों को जोड़ते हैं।


निष्कर्ष

भारत में सड़क परिवहन एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा क्षेत्र है, जो राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के माध्यम से आर्थिक विकास को गति देता हैसरकार द्वारा सड़क नेटवर्क के विस्तार और सुधार के लिए कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिनमें भारत माला परियोजना, एक्सप्रेसवे विकास योजना, और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शामिल हैं। बेहतर सड़क अवसंरचना से लॉजिस्टिक्स, पर्यटन, और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा

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