जहांगीर और शाहजहाँ – कला, स्थापत्य और प्रशासन



जहांगीर और शाहजहाँ – कला, स्थापत्य और प्रशासन(Jahangir and Shah Jahan – Art, Architecture, and Administration)

📌 भूमिका (Introduction)

मुगल साम्राज्य का स्वर्ण युग अकबर के बाद जहांगीर (1605-1627) और शाहजहाँ (1628-1658) के शासनकाल में देखा गया। यह काल न केवल राजनीतिक और प्रशासनिक स्थिरता का था, बल्कि कला, स्थापत्य, चित्रकला और प्रशासनिक नीतियों के लिए भी प्रसिद्ध था। इस लेख में हम जहांगीर और शाहजहाँ के योगदानों का विस्तृत अध्ययन करेंगे।


1️⃣ जहांगीर (1605-1627) का शासन और प्रशासन

📜 प्रशासनिक सुधार

  • जहांगीर ने अपने पिता अकबर की दीन-ए-इलाही नीति को समाप्त किया और सुन्नी इस्लाम का समर्थन किया।
  • "जहांगीरी न्याय" (Jahangiri Justice) प्रसिद्ध था। उसने "ज़ंजीर-ए-अदालत" (Chain of Justice) लगवाई थी, जिससे आम जनता सीधे बादशाह तक अपनी फरियाद पहुँचा सकती थी।
  • उसने मनसबदारी व्यवस्था को जारी रखा और इसे और अधिक प्रभावी बनाया।

🖼️ चित्रकला और संस्कृति

  • जहांगीर चित्रकला का संरक्षक था।
  • मुगल चित्रकला में यथार्थवाद (Realism) और प्रकृति के चित्रण को बढ़ावा दिया गया।
  • इस काल में प्रसिद्ध चित्रकार – अब्दुल समद, बिशनदास और मंसूर थे।
  • जहांगीर के काल में यूरोपीय चित्रकला शैली का प्रभाव देखा गया।

🏰 स्थापत्य कला

  • जहांगीर ने स्थापत्य में रुचि ली लेकिन अपने पिता अकबर के किलों और मकबरों को और अधिक भव्य बनाने पर जोर दिया।
  • शेर अफगान का मकबरा और जहांगीर का मकबरा (लाहौर, पाकिस्तान) इसी काल में बने।
  • जहांगीर की बेगम नूरजहाँ ने कई वास्तुशिल्पीय योगदान दिए, जैसे इतमाद-उद-दौला का मकबरा (आगरा), जिसे "मिनी ताजमहल" भी कहा जाता है।

2️⃣ शाहजहाँ (1628-1658) का शासन और प्रशासन

📜 प्रशासनिक नीतियाँ

  • शाहजहाँ ने साम्राज्य को मजबूत बनाने के लिए सैन्य सुधार किए
  • उसने मुगल नौसेना (Mughal Navy) को पुनर्गठित किया और दक्कन में विजय प्राप्त की।
  • कर प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया, जिससे व्यापार में वृद्धि हुई।
  • हिंदू-मुस्लिम एकता की नीति को बनाए रखा।

🏰 स्थापत्य कला – मुगल वास्तुकला का स्वर्ण युग

शाहजहाँ को "शिल्पकार सम्राट" (Engineer Emperor) कहा जाता है। उसने कई विश्व प्रसिद्ध इमारतों का निर्माण करवाया, जैसे –


🖌️ चित्रकला और साहित्य

  • शाहजहाँ के शासन में मुगल लघु चित्रकला (Mughal Miniature Paintings) का विकास हुआ।
  • इस काल में ईरानी और भारतीय चित्रकला का संयोजन हुआ।
  • फारसी भाषा और साहित्य को बढ़ावा दिया गया।
  • इस काल में प्रसिद्ध इतिहासकार अब्दुल हमीद लाहौरी ने "पादशाहनामा" लिखी।

3️⃣ जहांगीर बनाम शाहजहाँ – तुलना (Comparison)


4️⃣ निष्कर्ष (Conclusion)

जहांगीर और शाहजहाँ दोनों मुगल साम्राज्य के अत्यंत महत्वपूर्ण शासक थे। जहांगीर ने न्याय, प्रशासन और चित्रकला को बढ़ावा दिया, जबकि शाहजहाँ के शासनकाल में मुगल स्थापत्य कला अपने स्वर्ण युग में पहुँची। इन दोनों शासकों के योगदानों ने भारत की सांस्कृतिक, राजनीतिक और स्थापत्य विरासत को समृद्ध किया


📌 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

जहांगीर के प्रशासन की सबसे बड़ी विशेषता क्या थी?
✅ जहांगीर का न्यायप्रिय शासन, जिसे "जहांगीरी न्याय" कहा जाता था। उसने ज़ंजीर-ए-अदालत की स्थापना की।

शाहजहाँ के शासनकाल को स्वर्ण युग क्यों कहा जाता है?
✅ क्योंकि इस काल में ताजमहल, लाल किला, जामा मस्जिद, मोती मस्जिद जैसी भव्य इमारतों का निर्माण हुआ और मुगल स्थापत्य कला अपने चरम पर थी।

जहांगीर और शाहजहाँ में कौन अधिक प्रभावशाली शासक था?
✅ शाहजहाँ का शासनकाल अधिक स्थिर और प्रभावशाली माना जाता है, खासकर स्थापत्य और सैन्य विस्तार के कारण।


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